विस्तार से:
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इंसान के शरीर में दो किडनी होती हैं – एक दाईं (right) तरफ और एक बाईं (left) तरफ।
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ये आमतौर पर रीढ़ की हड्डी के दोनों किनारों पर, पेट के पिछले हिस्से में, और रिब (rib cage) के नीचे स्थित होती हैं।
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दाईं ओर की किडनी, आमतौर पर थोड़ी नीचे होती है क्योंकि वहां लीवर (liver) होता है।
आसान भाषा में:
अगर आप अपनी पीठ पर हाथ रखकर कमर से थोड़ा ऊपर महसूस करें, तो वहीं आपकी किडनियां होती हैं
चलिए और थोड़ा विस्तार से समझते हैं:
किडनी की स्थिति (Location of Kidneys):
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स्थान (Location):
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किडनी पेट के भीतर (abdomen) नहीं, बल्कि पेट के पीछे के हिस्से में (retroperitoneal space) होती है।
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यह जगह आपके रीढ़ (spine) के दोनों ओर होती है, जहाँ रिब्स (पसलियाँ) खत्म होती हैं और कमर (waist) शुरू होती है।
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दायां और बायां गुर्दा:
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दायां गुर्दा (Right Kidney) थोड़ा नीचे होता है क्योंकि उसके ऊपर लीवर (Liver) स्थित होता है।
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बायां गुर्दा (Left Kidney) थोड़ा ऊपर होता है और इसके ऊपर तिल्ली (Spleen) होती है।
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संरचना (Structure):
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किडनी का आकार आमतौर पर राजमा (kidney bean) जैसा होता है और यह लगभग 10–12 सेंटीमीटर लंबी होती है।
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किडनी का कार्य (Function of Kidneys):
अब जब आपको किडनी की जगह समझ आ गई है, तो जान लेते हैं कि यह करती क्या है:
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खून को साफ करती है।
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शरीर से विषैले पदार्थ (toxins) और अतिरिक्त पानी को पेशाब (urine) के रूप में बाहर निकालती है।
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शरीर में पानी और नमक का संतुलन बनाए रखती है।
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ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करती है।
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विटामिन D को सक्रिय रूप में बदलती है।
🩺 किडनी से जुड़ी कुछ आम समस्याएं (Common Kidney Problems):
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किडनी स्टोन (Kidney Stone):
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यह छोटे-छोटे कठोर पत्थर होते हैं जो किडनी में बनते हैं।
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इनसे पेशाब में तेज़ दर्द, जलन, और खून आ सकता है।
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किडनी फेल्योर (Kidney Failure):
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जब किडनी अपना काम करना बंद कर देती है, तो उसे फेल्योर कहते हैं।
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ऐसे में डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट की ज़रूरत पड़ सकती है।
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यूरीन इंफेक्शन (Urinary Tract Infection - UTI):
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यह संक्रमण मूत्र मार्ग में होता है, लेकिन अगर बढ़ जाए तो किडनी तक पहुँच सकता है।
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हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज़:
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ये दोनों बीमारियाँ धीरे-धीरे किडनी को नुकसान पहुँचा सकती हैं।
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🥦 किडनी को स्वस्थ रखने के लिए सुझाव:
आदतें | फायदे |
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पर्याप्त पानी पीना | किडनी को साफ़ रखने में मदद करता है |
नमक और चीनी कम लेना | किडनी पर दबाव कम होता है |
धूम्रपान और शराब से बचना | किडनी की कार्यक्षमता बनी रहती है |
नियमित चेकअप | किडनी की बीमारी समय रहते पकड़ में आ जाती है |
व्यायाम | ब्लड प्रेशर और शुगर नियंत्रण में रहता है |
🧍 शरीर में किडनी की स्थिति को समझने के लिए एक आसान तरीका:
👉 खड़े होकर अपनी पीठ पर हाथ रखें — जहां पसलियाँ खत्म होती हैं और कमर शुरू होती है — वहीं के दोनों ओर किडनियां होती हैं।