🎬 फिल्म करियर
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तमिल फिल्म ड्रीम्स (2004): यह फिल्म उनके अभिनय करियर की शुरुआत थी।
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मलयालम फिल्म क्रिथ्यम (2005): इस फिल्म में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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कन्नड़ फिल्म गोविंदाया नमाहा (2012): यह फिल्म उनके करियर का टर्निंग प्वाइंट साबित हुई। इसमें उनकी भूमिका को सराहा गया और उन्हें SIIMA अवार्ड से नवाजा गया।
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कन्नड़ फिल्म बचन (2013): इस फिल्म में उनके अभिनय को विशेष रूप से सराहा गया और उन्हें SIIMA अवार्ड मिला।
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कन्नड़ फिल्म शिवाजीनगर (2013): यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल रही।
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कन्नड़ फिल्म किलिंग वीरप्पन (2016): इस फिल्म में उनके अभिनय को व्यापक प्रशंसा मिली और उन्हें IIFA और SIIMA अवार्ड मिले।
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कन्नड़ फिल्म जेस्सी (2016): इस फिल्म में उनकी भूमिका को सराहा गया।
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कन्नड़ फिल्म बटरफ्लाई (2017): इस फिल्म में उन्होंने मुख्य भूमिका निभाई और साथ ही सह-निर्माता भी थीं।
🏆 पुरस्कार और सम्मान
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SIIMA अवार्ड: 'गोविंदाया नमाहा' के लिए सर्वश्रेष्ठ महिला पदार्पण (2013)।
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SIIMA अवार्ड: 'बचन' के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री (2014)।
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Filmfare अवार्ड (दक्षिण): 'आतागरा' के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री (2016)।
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IIFA अवार्ड: 'किलिंग वीरप्पन' के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री (2017)।
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SIIMA अवार्ड: 'किलिंग वीरप्पन' के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री (कन्नड़) (2017)।
📺 टेलीविजन करियर
पारुल ने 2009 में कलर्स टीवी के धारावाहिक 'भाग्यविदाता' से टेलीविजन पर कदम रखा। इसके बाद, उन्होंने स्टार प्लस के कॉमेडी रियलिटी शो 'कॉमेडी का महा मुकाबला' में भी भाग लिया।
🏠 व्यक्तिगत जीवन
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जन्मतिथि: 5 जून 1989(IMDb)
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जन्मस्थान: मुंबई, महाराष्ट्र, भारत
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शिक्षा: स्नातक
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परिवार: पारुल की दो बहनें हैं - Hetal Yadav और Sheetal Yadav
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रिश्ते: उनके और कन्नड़ फिल्म निर्देशक Shashank के बीच रिश्ते की अफवाहें हैं, लेकिन इस बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है ।
🌟 अन्य जानकारी
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पारुल एक सफल उद्यमिता भी हैं और मुंबई में एक इंटीरियर डिजाइनिंग फर्म की मालिक हैं ।
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वह सोशल मीडिया पर सक्रिय रहती हैं और यात्रा, नृत्य और पढ़ाई में रुचि रखती हैं।
पारुल यादव एक प्रमुख भारतीय अभिनेत्री, निर्माता और लेखक हैं, जो मुख्य रूप से कन्नड़, मलयालम, तमिल और हिंदी फिल्मों में सक्रिय हैं। उनका जन्म 5 जून 1989 को मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ था। पारुल ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत 2003 में मलयालम फिल्म 'ब्लैक डेलिया' से की थी। इसके बाद, उन्होंने तमिल, मलयालम और कन्नड़ फिल्मों में भी अभिनय किया। उनकी कन्नड़ फिल्म 'गोविंदाया नमाहा' (2012) में उनके अभिनय को सराहा गया और उन्हें SIIMA अवार्ड से नवाजा गया। इसके बाद, उन्होंने 'बचन' (2013), 'किलिंग वीरप्पन' (2016) और 'आतागरा' (2015) जैसी फिल्मों में भी महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाईं।
🎬 प्रमुख फिल्में और भूमिकाएँ
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गोविंदाया नमाहा (2012): इस फिल्म में उनके अभिनय को सराहा गया और उन्हें SIIMA अवार्ड से नवाजा गया।
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बचन (2013): इस फिल्म में उनके अभिनय को विशेष रूप से सराहा गया और उन्हें SIIMA अवार्ड मिला।
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किलिंग वीरप्पन (2016): इस फिल्म में उनके अभिनय को व्यापक प्रशंसा मिली और उन्हें IIFA और SIIMA अवार्ड मिले।
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आतागरा (2015): इस फिल्म में उनके अभिनय के लिए उन्हें Filmfare अवार्ड मिला।
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बटरफ्लाई (2017): यह फिल्म 'क्वीन' का कन्नड़ रीमेक है, जिसमें पारुल ने मुख्य भूमिका निभाई और साथ ही सह-निर्माता भी थीं।
🏆 पुरस्कार और सम्मान
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SIIMA अवार्ड: 'गोविंदाया नमाहा' के लिए सर्वश्रेष्ठ महिला पदार्पण (2013)।
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Filmfare अवार्ड (दक्षिण): 'आतागरा' के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री (2016)।
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SIIMA अवार्ड: 'किलिंग वीरप्पन' के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री (कन्नड़) (2017)।
🏠 व्यक्तिगत जीवन और अन्य रुचियाँ
पारुल यादव एक सफल उद्यमिता भी हैं और मुंबई में एक इंटीरियर डिजाइनिंग फर्म की मालिक हैं। उनकी कंपनी कॉर्पोरेट्स, सेलेब्रिटीज और सोशलाइट्स के लिए इंटीरियर डिजाइनिंग प्रोजेक्ट्स करती है। उन्होंने अभिनेत्री तिस्का चोपड़ा और गायक मीका सिंह के निवासों का इंटीरियर डिजाइन किया है।
वह फिटनेस के प्रति जागरूक हैं और रोजाना 40-45 मिनट की वॉक और 60 मिनट का वेट ट्रेनिंग करती हैं। वह यात्रा, डॉक्युमेंट्री देखना और लेखन में रुचि रखती हैं। उन्होंने 'क्वीन' के कन्नड़ रीमेक 'बटरफ्लाई' के लिए अतिरिक्त स्क्रीनप्ले भी लिखा है और एक प्रेम कथा पर आधारित फिल्म की पटकथा भी लिखी है।