Trending

आज मै आप लोगो को 10 ऐसे Websites के बारे में बताने जा रहा हु, जिस वेबसाइट के बारे में आप लोग जानते नही होंगे |

मुहाशो का निशान बच्चों के मुंह पर से हटाने के लिए कौन सा उपाय करें। What should be done to remove acne marks from children's face.

कुछ ऐसी वेबसाइट है जो की आपको इसके बारे में जरूर जानना चाहिए |

अगर कोई व्यक्ति मलेरिया से जूझ रहा है तो उसकी देखभाल कैसे करे कि वो ठीक हो जाए? If a person is suffering from malaria, how to take care of him so that he gets well.

ऑफिस के काम के तनाव के कारण स्वस्थ खाना नहीं खा पाते हैं तो हमें कैसा पोषण हैक्स अपनाना चाहिए जिससे हमारे शरीर में पोषण की कमी दूर हो जाए।

गर्मी में 0-1 साल के बच्चों का ख्याल कैसे रखें? Garmiyon me 0-1 saal ke bachcho ka khyal kaise rakhe.

बॉलीवुड अभिनेता जितेन्द्र जी की जीवनी Biography of bollywood actor jitendra.

बॉलीवुड अभिनेत्री कियारा आडवाणी की जीवनी। Bollywood actress kiara advani biography.

राजेश खन्ना जी की जीवनी Biography of Rajesh Khanna.

Amazon Ads



🌟 राजेश खन्ना जी की जीवनी (Biography in Hindi)


पूरा नाम: जतिन खन्ना

जन्म: 29 दिसंबर 1942

जन्म स्थान: अमृतसर, पंजाब, भारत

मृत्यु: 18 जुलाई 2012, मुंबई, महाराष्ट्र

पेशा: अभिनेता, निर्माता, राजनीतिज्ञ

पत्नी: डिंपल कपाड़िया

बच्चे: ट्विंकल खन्ना, रिंकी खन्ना

उपनाम: काका, फर्स्ट सुपरस्टार ऑफ इंडियन सिनेमा


🎬 प्रारंभिक जीवन

राजेश खन्ना का जन्म 29 दिसंबर 1942 को अमृतसर में हुआ था। उनका असली नाम जतिन खन्ना था। बचपन में ही उन्हें उनके रिश्तेदारों ने गोद ले लिया था। उन्होंने अपनी पढ़ाई गिरगांव (मुंबई) और थिअटर कॉलेज में की। स्कूल और कॉलेज के समय से ही उन्हें अभिनय में रुचि थी और वे रंगमंच पर सक्रिय थे।


🌟 फिल्मी करियर की शुरुआत

राजेश खन्ना ने 1965 में "यूनाइटेड प्रोड्यूसर्स" और फिल्मफेयर की न्यू टैलेंट हंट प्रतियोगिता जीती थी। लगभग 10,000 प्रतिभागियों में से चुने गए। यह भारतीय फिल्म इतिहास की पहली ऐसी खोज थी जिससे कोई स्टार बना।

उनकी पहली फिल्म "आखिरी खत" (1966) थी, जिसे ऑस्कर के लिए भी नामांकित किया गया था।


🌟 सुपरस्टारडम का दौर

1969 से 1972 के बीच राजेश खन्ना ने जो स्टारडम देखा, वह आज तक कोई और नहीं देख पाया।
उन्होंने एक के बाद एक 15 सुपरहिट फिल्में लगातार दीं – यह एक अभूतपूर्व रिकॉर्ड है।

उनकी कुछ यादगार और सुपरहिट फिल्में:

  • आराधना (1969)

  • सच्चा झूठा (1970)

  • कटी पतंग (1971)

  • आनंद (1971)

  • अमर प्रेम (1972)

  • हाथी मेरे साथी (1971)

  • बावर्ची (1972)

  • अविष्कार (1973)

  • नमक हराम (1973)

उनके अभिनय में संवेदना, रोमांस और गहराई का अद्भुत मेल होता था। वे महिलाओं में बेहद लोकप्रिय थे और लाखों प्रशंसकों के दिलों की धड़कन थे।


🎭 अनूठी शैली और प्रसिद्ध डायलॉग्स

राजेश खन्ना के संवाद अदायगी का खास अंदाज था – वह गर्दन का थोड़ा टेढ़ा झुकाना, आंखों की भाषा और मुस्कान उन्हें बाकी अभिनेताओं से अलग बनाता था।

प्रसिद्ध संवाद:

"बाबू मोशाय, ज़िंदगी बड़ी होनी चाहिए, लंबी नहीं!"फिल्म: आनंद (1971)


🏛️ राजनीतिक जीवन

1991 में उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी से राजनीति में कदम रखा और नई दिल्ली लोकसभा सीट से सांसद बने। वे 1996 तक राजनीति में सक्रिय रहे।


💔 व्यक्तिगत जीवन

उन्होंने अभिनेत्री डिंपल कपाड़िया से शादी की थी, जब डिंपल की पहली फिल्म बॉबी भी रिलीज़ नहीं हुई थी। हालांकि बाद में उनका वैवाहिक जीवन तनावपूर्ण हो गया और दोनों अलग हो गए, पर डिंपल अंत तक उनके साथ रहीं।

उनकी दो बेटियाँ हैं –

  • ट्विंकल खन्ना (लेखिका और अभिनेत्री, अक्षय कुमार की पत्नी)

  • रिंकी खन्ना


🕯️ मृत्यु

राजेश खन्ना का निधन 18 जुलाई 2012 को लंबी बीमारी के बाद मुंबई में हुआ। उनके निधन पर देशभर में शोक की लहर फैल गई। उन्हें मुंबई में पूरे सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।


🏆 सम्मान और पुरस्कार

  • फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार – 3 बार

  • फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड

  • BFJA अवार्ड्स – 4 बार

  • कई राज्य और राष्ट्रीय सम्मान


📝 निष्कर्ष

राजेश खन्ना को भारतीय सिनेमा का "पहला सुपरस्टार" कहा जाता है। उन्होंने न केवल रोमांस को परिभाषित किया, बल्कि एक अभिनेता के तौर पर भावनात्मक गहराई भी दी। उनका योगदान हिंदी सिनेमा में अमूल्य है।

उनकी फिल्मों, मुस्कान, अंदाज और संवाद आज भी लोगों की यादों में ज़िंदा हैं। वे एक युग थे – और रहेंगे।


🎶 राजेश खन्ना और संगीत का जादू

राजेश खन्ना के करियर का एक विशेष पहलू था – संगीत। उनके गानों ने हर दौर में दिलों को छुआ है। उनके अधिकतर गीतों को किशोर कुमार ने गाया और आर. डी. बर्मन या लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल ने संगीत दिया। इन गानों ने राजेश खन्ना को अमर बना दिया।

उनके कुछ अमर गीत:

  • 🎵 "मेरे सपनों की रानी कब आएगी तू"आराधना

  • 🎵 "ये शाम मस्तानी"कटी पतंग

  • 🎵 "जिंदगी के सफर में गुजर जाते हैं जो मकाम"आपकी कसम

  • 🎵 "कुछ तो लोग कहेंगे"अमर प्रेम

  • 🎵 "चिंगारी कोई भड़के"अमर प्रेम

  • 🎵 "रूप तेरा मस्ताना"आराधना

इन गानों में उनके चेहरे के भाव, आंखों की भाषा और स्टाइल लोगों के दिलों में बस गए। राजेश खन्ना और किशोर कुमार की जोड़ी को आज भी गोल्डन जोड़ी माना जाता है।


🧑‍🤝‍🧑 राजेश खन्ना और उनके समकालीन

राजेश खन्ना के दौर में धर्मेंद्र, शशि कपूर, जितेन्द्र, अमिताभ बच्चन जैसे अभिनेता भी थे। लेकिन राजेश खन्ना का क्रेज कुछ अलग ही था।

उनके स्टारडम की तुलना हॉलीवुड के सुपरस्टार्स से की जाती थी। लोग उन्हें देखकर रोते, खतों में खून से लिखते, उनकी गाड़ी पर लिपस्टिक से नाम लिखते।

लेकिन 70 के दशक के अंत में अमिताभ बच्चन के उदय के बाद राजेश खन्ना की लोकप्रियता में गिरावट आई। इसके बावजूद उन्होंने कई गंभीर और यादगार भूमिकाएं निभाईं।


📺 अंतिम वर्षों में गतिविधियाँ

अपने जीवन के अंतिम वर्षों में उन्होंने कुछ टीवी सीरियल और विज्ञापनों में काम किया।
2012 में उन्होंने एक विज्ञापन में अभिनय किया था – जिसे देखकर लोगों ने कहा कि "काका लौट आया है"।

उनकी आखिरी फिल्म थी "रियासत", जो उनकी मृत्यु के बाद 2014 में रिलीज़ हुई।


🏡 'आशीर्वाद' – उनका घर

राजेश खन्ना का बांद्रा, मुंबई में स्थित बंगला "आशीर्वाद" भी उतना ही प्रसिद्ध था जितना उनका नाम। यह बंगला उनके स्टारडम का प्रतीक बन गया था। हजारों लोग हर दिन उनके बंगले के बाहर उन्हें देखने आते थे।


❤️ प्रशंसकों से जुड़ाव

राजेश खन्ना अपने प्रशंसकों के प्रति हमेशा भावनात्मक रूप से जुड़े रहे। वे मानते थे कि उनकी सफलता का श्रेय जनता को जाता है। उन्होंने कहा था:

"मैं एक आम इंसान हूं जिसे जनता ने भगवान बना दिया।"


🕯️ राजेश खन्ना की विरासत

राजेश खन्ना का योगदान भारतीय सिनेमा के लिए अमिट है। उन्हें सिर्फ एक अभिनेता कहना उनके प्रति अन्याय होगा। वे एक संवेदनशील, करिश्माई और युग निर्माता कलाकार थे।

उनकी बेटी ट्विंकल खन्ना और दामाद अक्षय कुमार भी फिल्म इंडस्ट्री में प्रसिद्ध हैं।


🧾 राजेश खन्ना के बारे में रोचक तथ्य

  • वे भारत के पहले ऐसे अभिनेता थे जिनके पास क्रेज शब्द जुड़ा।

  • 1970 के दशक में उन्हें लड़कियों से 30,000 से अधिक प्रेम पत्र मिले।

  • उन्होंने 163 फिल्मों में मुख्य भूमिका निभाई, जिनमें से 106 हिट रहीं।

  • उन्हें "फर्स्ट सुपरस्टार ऑफ इंडिया" कहा गया।

  • उनके निधन के दिन मुंबई की सड़कों पर लाखों प्रशंसक उमड़े।


📜 निष्कर्ष (Conclusion)

राजेश खन्ना हिंदी सिनेमा के वो सितारे थे जिन्होंने दर्शकों के दिलों पर राज किया। उनका नाम आज भी उतनी ही श्रद्धा और सम्मान से लिया जाता है। उन्होंने न केवल अभिनय किया, बल्कि अभिनय को जीया

उनका जीवन एक प्रेरणा है – कैसे एक आम युवा अपनी मेहनत, आत्मविश्वास और प्रतिभा से इतिहास रच सकता है




Amazon Ads

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने

संपर्क फ़ॉर्म