पीरियड्स के दौरान महिलाओं में रक्तचाप (ब्लड प्रेशर) कम होने का कारण कई जैविक और हार्मोनल परिवर्तन होते हैं। इसका प्रमुख कारण हार्मोनल बदलाव हैं, जो मासिक धर्म के दौरान शरीर में होते हैं।
1. प्रोस्टाग्लैंडिन्स का स्तर बढ़ता है: मासिक धर्म के दौरान, शरीर में प्रोस्टाग्लैंडिन्स नामक रसायनों का स्तर बढ़ता है। ये रसायन गर्भाशय के संकुचन को प्रेरित करते हैं, जिससे रक्तसंचार में परिवर्तन हो सकता है, और इससे रक्तचाप में गिरावट आ सकती है।
2. हॉर्मोनल परिवर्तन: पीरियड्स के दौरान, महिलाओं में एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन के स्तर में उतार-चढ़ाव आता है। इन हार्मोनल बदलावों के कारण रक्त वाहिकाएं फैल सकती हैं, जिससे रक्तचाप कम हो सकता है।
3. पानी की कमी (डिहाइड्रेशन): मासिक धर्म के दौरान महिलाओं में अधिकतर पानी की कमी होती है, क्योंकि शरीर तरल पदार्थ को बाहर निकालता है। इससे शरीर में डिहाइड्रेशन हो सकता है, जिससे ब्लड प्रेशर कम हो सकता है।
4. मूड स्विंग्स और तनाव: पीरियड्स के दौरान महिलाओं को मूड स्विंग्स और शारीरिक तनाव महसूस हो सकता है, जो शरीर पर दबाव डालता है और रक्तचाप में गिरावट का कारण बन सकता है।
इन कारणों से मासिक धर्म के दौरान रक्तचाप कम हो सकता है, लेकिन यह स्थिति सामान्य है और अधिकांश मामलों में कोई गंभीर समस्या नहीं होती। फिर भी, यदि रक्तचाप में अत्यधिक गिरावट या अन्य स्वास्थ्य समस्याएं महसूस हो रही हैं, तो डॉक्टर से परामर्श लेना महत्वपूर्ण होता है।